Saturday 10 December 2011

अगर आप देश की मोजूदा हालात से संतुष्ट है तो.......ये संगठन आपके लिए नहीं है!



अधीन भारत                                 स्वाधीन भारत

•  शोषक कोट वाले थे|                       • अब शोषक कुरते वाले है|
विदेशी लुटेरे और अंग्रेज
देश             •  अब  धन विदेश भारतीयों 
  का धन विदेश भेजते थे|                      द्वारा भेजा जा रहा है|
• उस समय जागीदारी प्रथा  थी.          •  अब ठेकेदारी प्रथा है|
• हम शारीरिक रूप से गुलाम थे.          • अब 
शारीरिक  तथा मानसिक
                                                        दोनों रूप से गुलाम है|
•क्षेत्रवाद ,भाषावाद  तथा  
                 • क्षेत्रवाद,भाषावाद (उदहारण:-  
जातिवाद इत्यादि!                              राज्यों का विभाजन) आरक्षण
                                                       जाति वाद का ही विकसित
                                                        रूप है|
•उस समय आर्थिक स्थिति                • आज 65 साल  बाद  भी
 कमजोर थी                                      स्थिति  वही  बनी  हुई  है|
भारतीयों में एकता की भावना           • अब जातिवाद आधारित 
 थी|                                                 राजनीति से एकत खंडित 
                                                       हो गई है
•10 प्रतिशत लोग गरीब थे|               अब 70 प्रतिशत लोग गरीब हैं|
  • आज भी हमारे देश में हर घंटे एक किसान आत्म-हत्या करता है|
  • आज भी हमारे देश में 84 करोड़ लोगो कि रोज कि आय 20 रूपए से भी कम है|
  • आज भी हमारे देश में एक कटोरी चावल के लिए लोग अपनी माँ -बहन-बेटी-बीवी को दुसरो के साथ दुष्कर्म करने के लिए भेजते है क्योंकि उन से पूछो गरीबी क्या होती है|
  • आज भी हमारे देश में हर घण्टे 100 से ज्यादा लोग सिर्फ भूख और कुपोषण के वजह से मरते है|
  • आज भी हमारे देश में 2000-3000 रुपए में लड़कियाँ जीवन भर के  लिए बिकती है|
  • आज भी हमारे देश में गरीब इंसान कि जिंदगी जानवरों से भी बत्तर है|
  • आज भी हमारे देश में जो स्कीम बनती है उससे अमीर और अमीर होता है गरीब और गरीब|
  • आज अपने ही देश में लोग अपने घर से बेघर कर दिए जाते है, और अपने देश में भगोड़ो की जिंदगी जी रहे है|(उद्धरण :-कश्मीरी  हिन्दू )
  • बे-लगाम आतंकी हमले और नक्सलवाद|
  • बढते अपराध और फेल क़ानूनी वयस्था (अपराधी बेखोफ अपराध करते है और आसानी से कानून के शिकंजे से छुट जाते है क्योकि वो माननीय मंत्री जी होते है या  माननीय मंत्री जी के चमचे या मंत्री जी के फिनंसर होते है जो उन्हें चुनाव के वक्त फिनांस करते है| इस कारण रोज जेसिका और भवरी जैसी हज़ारो लडकिया जुर्म का शिकार बनती है) 
  • अपराधियो के साथ भेद-भाव| (सजा देने मे भी असमानता, उदहारण:- धनञ्जय चटर्जी को फाँसी दे दी गयी पर निठारी कांड के अभियुक्त दानव के साथ क्या किया गया| जेसिका लाल हत्याकांड हो या उज्जैन की विदेसी युवती के साथ बलात्कार की घटनाये ,ऐसे बहुत से उदहारण है जहाँ पर सरकार,न्यायालय और पुलिस इतनी सख्त नहीं हुई थी जितनी की धनञ्जय चटर्जी के वक़्त हुई थी)
  • सर्वोच्य अदालत के फैसले के बावजूद आतंकी अफजल गुरु और कसाब को फांसी नहीं दी गयी| और तो और चन्द फायदे के लिए सत्तारूढ़ दल द्वारा उसे बचाने की भी कोशिश की गयी|
  • आज भी हमारे देश में हमारे वोट से ही जीते हुए नेता जो हमारे   सेवक है, वही हमारी बातें नहीं सुनते और हमारा शोषण करते है|
  • बढती बेरोजगारी और गरीबी|
  • कमरतोड़ महंगाई|

पहले भी हम गुलाम थे और आज भी हम गुलाम है|   
  साथियों हमारा तो ये ही कहना है "श्मशानों की ख़ामोशी व्यान  करती है कि केवल कफन बदले हैं, लाशे वही है"

"हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं , मेरी कोशिश है ये सूरत बदलनी चाहिए
मेरे सीने में नही तो तेरे सीने में ही सही , हो कहीं भी ये आग जलनी चाहिए"


"अब हम सब साथ-साथ चलेंगे भारत का विकास करेंगे"

सबसे पहले हमे अपनी मानसिकता बदलनी होगी |

                आज भी हम लोगो की मदद करने वाला कोई नहीं है क्योंकि हमे इस तरह जीने की आदत सी हो गयी है| किसी भी बात के लिए हम दूसरो को दोषी ठहराते है| किसी भी बात पर हम बोलते है जो हो रहा है होने दो| जबकि हमको अच्छी तरह से मालूम होता है की जो रहा है वह किसी न किसी तरह से हमे भी दुष्प्रभावित करेगा| यदि साथियों हमने अब भी अपने हक़ की लड़ाई को नहीं लड़ा और हम अब भी नींद से नहीं जागे तो शायद वक्त दोबारा हमे मोका भी न दे|
                आसान है दोषों का अंदाज़ा लगाना और इससे भी आसान  है,ये बोल कर अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ लेना की पूरा तंत्र (system) मे ही दोष है, जो एक ईमानदार को भी आखिर मे बेईमान बना देता है| "यदि तुम्हारे घर मे बरसात का पानी आने लगे तो तुम उस समय  क्या करोगे? अब बादल या उस मकान को बनाने वाले मजदूर-मिस्त्रियों को कोसना शुरू नहीं कर दोगे| यदि ऐसा करते हो तो तुम घर मे ही डूब जाओगे और  परेशानी  खुद  झेलोगे| यदि तुम उस परेशानी से बचना चाहते हो तो तुम उस सुराख़ को बंद करने का प्रयास करोगे जहाँ से बरसात का पानी आ रहा होगा और जिससे घर मे पानी आना बंद हो जाये " | ठीक इसी तरह यदि हमारे तंत्र, समाज मे यदि कोई कमी(सुराख़)  है तो हमें उसे बंद करके, मरम्मत करके ठीक करना हमारा फ़र्ज़ बनता है |
              बहुत हो गया सहनशीलता का पाखंड हमें अपने अतीत को याद करना होगा | जब तक हम परमाणु संपन्न नहीं हुए हमें संयुक्त-राष्ट्रसंघ  मे सम्मानजनक स्थान नहीं मिला | यह एक सबक है:- 
"शांत रहो पर अशांत करने वालों को सबक सिखाने के लिए हमेशा तैयार रहो, हमेशा अपनी सुरक्षा के लिया तत्पर रहो |"  
              हमें चन्द्रगुप्त मोर्य के शासनकाल से प्रेरणा लेनी होगी| जिसका शासन गांधार (आफ्गानिस्तान) से कामरूप(असम) तक था| विश्वविजेता विजेता  सिकंदर को भी जिससे संधि करनी पड़ी|
           हम सारे चाहते है की सब कुछ ठीक हो जाये पर हम सब सोचते है की मै अकेला क्या कर सकता हूँ ,,मै अकेला क्या कर सकता हूँ | मै पूछता हूँ ये "मै" "मै" मिलकर ही तो "हम" बनता है, इसी तरह ही बोलते रहे तो एक दिन सच मे ही हम कुछ करने लायक नहीं रह पाएंगे!
           आप कह सकते हैं एक आदमी के  कहने और करने से क्या होने वाला है, तो मै पूछता हूँ ;यदि सभी लोग इसी तरह और ऐसा  ही सोचने लगे तो  सच मे इस देश का कुछ नहीं हो सकता|
            

देह शिवा वर मोहि इहै | शुभ कर्मन ते कबहूं न टरू, न डरू अरि सै जब 
जाई लारो निसचै कर अपनी जीत कोरू |



Friday 9 December 2011

अब तक के 2 सबसे बड़े सवाल


प्रश्न 1.  बदलाव का क्या अर्थ है और ये कब आएगा?

                 
           जब जातीवादी, भाषावादी और क्षेत्रवादी राजनिती का पतन होगा, जब लोग सतयुग और राम राज्य लेन वालो कि बातो पर यकीन करना बंद कर इसी तत्र में रहेते हुए व्यवस्था-सुधर के लिय आगे आएँगे, जब आज का युवा आम-आदमी अपनी हक कि लड़ाई लड़ने के लिए व्यवस्था में परवेश करेगा, जब पूरा भारत अखंड होगा! ये ही हमारा लक्ष्य है,  जब 10 पागल भी वयस्था में परवेश कर गए तो वह बेठे बाकि के 535 हरामखोरो पर भारी पड़ेगे! वो ही दिन होगा बदलाव का......खाली इन रेलियो और अन्दोलोनो से कुछ नहीं होगा ! 

प्रश्न 2.  कहाँ से और कैसे शुरुवात होगी इस बदलाव कि?
इस बदलाव कि शुरुवात हमे अपने आप से करनी पड़ेगी! क्योंकि बोहोत सारी समस्या हमारी आदतों के कारण ही उत्पन होती है जिससे हम सब विचलित है! इन समस्याओ के समाधान के लिए हमे आगे बदना तो होगा ही! आन्दोलन, धरना प्रदर्शन व उपवास के साथ ही कुछ चीजें इसी है, जिसे हमे अपने से प्रारम्भ करना होगा! फिर हम देखेंगे बहुत सी समस्याएँ अपने आप समाप्त होने लगेंगी!
जैसे:-

  • क्या आप क़ानूनी कार्य वही कि परवाह किये बिना किसी अंजान दुर्घटना घ्रस्त कि मदद करेगें?
  • यदि कोई शक्ति-शाली व्यक्ति, पूंजीपति, बदमाश व अधिकारी आपके सामने किसी महिला या कमजोर के साथ गलत करे तो क्या आप मदद के लिए आगे आयेगे?
  • क्या आप किसी भी संदिग्ध व्यक्ति व अपराधिक घटना कि जानकारी निडर होके तुरंत नजदीकि पोलिसे थाने में देगें?
  • क्या आप घर कि जिम्मेवारी के साथ-साथ देश कि जिम्मेवारी को भी अपना कर्तव्य समझेगे?
  • क्या आप अपने कार्य को भ्रष्ट तरीके से न कराने का संकल्प लेगें?
  • क्या आप स्वयं कि निगरानी करना प्रारम्भ करेगें कि 24 घण्टे में आप कितना और किन-किन प्रकार से प्रदूषण फैलाते है और आप स्वयं इसे कितना काम करेगें?
  • क्या आप फलदार व अन्य ऐसे वृक्षों को लगायेगें जो कि पर्यावरण को स्वच्छ करते है?
  • क्या आप जीवाश्म ईधन व अन्य प्रकार की उर्जा की खपत काम करेगें?
  • क्या आप ग्रामोधोग अर्थात ग्रामीण उत्पादों को अपनाएगें?
  • क्या आप वर्षो से अपने गावं नहीं गये है? तो यदा-कदा ही सही अपने गांव जाके गांव के विकास के सही विकास में भागीदार बनेगें?
  • क्या आप अपने गांव के चुने हुए प्रतिनधियों का मनमाना रोकने के लिए "ग्राम-सभा" को प्रभावी बनाने की दिशा में साकारात्मक कदम उठायेगें?
  • यदि आप किसान है, तो क्या आप रासायनिक खाद व घातक कीटनाशकों के बिना प्रयोग के प्राकृतिक व निरोगी खेती प्रारम्भ करेगें?
  • क्या आप अंग्रेजी के स्थान पर भारतीय भाषा को वरीयता प्रदान करेगें?

यदि आपका जवाब "हाँ" है तो आज से शुरुवात होती है बदलाव की


"अब हम सब साथ-साथ चलेंगे भारत का विकास करेंगे"

हमारा यूथ प्रोग्राम

आप सभी गर्म खून वाले जोशीले और कुछ कर गुजरने कि इच्चा रखने वाले देश भक्तो का "मैं" ईशान जायसवाल स्वागत करता हूँ!
हम सब कोई आम जनता नहीं, हम ही है भारत का भविष्य! हम सब ने इतिहास रचने के लिए जन्म लिया है! इतिहास एक खुशहाल भारत का, इतिहास एक विकसित भारत का, इतिहास शांति और अमन का!

अब में आप को IPY के बारे में बता हूँ :-

IPY एक ऐसा संगठन है जहा पूरा भारत एक होगा क्यूंकि "एकता ही सारी समस्याओ का समाधान है"! IPY भारत कि सभी समस्याए जेसे भ्रष्टाचार, अपराध, आतंकवाद और मेहेगाई इत्यादी को समाप्त करने का परियास करेगा!

IPY के विभाग निच्चे लिखे है :-


    कार्य क्षेत्र को दो भागो में बाटा गया है:-
    • सोसिअल मीडिया नेटवर्क संभालना!(फेस-बुक, ट्विट्टर इत्यादी ऑनलाइन कार्य)
    • जमीनी स्तर कार्य!


    IPY के काम को दो भागो में बाटा गया है:-


    पहेले भाग में :-
    • जागरूपता फेलाना और लोगो को बदलाव के लिए तैयार करना !
    • क़ानूनी सलाह देना!
    • पुरे भारत में हमारा इन्फोमर नेटवर्क होना और जरूरी खबर को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, विगिलांस डिपार्टमेंट, क्राइम ब्रांच, सी बी आई, रॉ , आई बी, सी आई डी​​, पुलिस तक पहुँचाना !
    • समाचार पत्र प्रकाशन और मीडिया का समर्थन देना ! 
    • जांच और स्टिंग ऑपरेशन करना!



    दूसरे भाग में:-


    हम सब "Mission 2019" के लिए कार्य कर रहे है!

    हम आशा करता है कि आप लोगो को यूथ प्रोग्राम समझ आ गया है!



    ईशान जायसवाल
    (सी. ए. और बी.कॉम का छात्र )
    इंडियन पॉवर यूथ(IPY)
    "अब हम सब साथ-साथ चलेंगे भारत का विकास करेंगे"
     हम न किसी राजनितीक दल से है....न हमारा  कोई धर्मं हैं... न कोई जाती हैं... हम केवल भारतीय है और हमे इस बात पर गर्व हैं...





    अब शाहों का सिहासन जल्दी थराने वाला है , मिजाजे आम है बिगड़ा बवंडर आने वाला है!

    हया बेच के खाई अमीरों और वजीरो ने, तमाशे यहाँ सस्ते है मगर महँगा यहाँ निवाला है !
    हमे ठंडा समझने की तुमने केसे की गुस्ताखी , जावा है मुल्क हिन्दुस्ता अभी तनमन में ज्वाला है !
    जाओगे कहा बचकर यही टेक लो माथा , यहाँ आवाम मस्जिद है , यहाँ जनता शिवाला है !


     C-409, New Ashok, Nagar, Delhi-110092
     09868992959, 9015176957, 09716693907, 09810644929 

    Delhi, Brijesh +91-9868992959
    Gujarat, Nilesh +91-8866014917
    Bhopal, Aditiya +91-7898843738
    Maharastra, Chirag Sawant +91-9898345389
    U.P , Amit +91-8081045049

    Jaunpur , U.P. ,Jai Narayan Mishra, +91-8802433363
    Tamil Nadu, Arjun +91-8015120833
    Punjab, Sucheta +91-9646848538
    Himachal Pradesh, Ashish +91-9736296410
    Andhra pradesh, Ankur +91-9482500500
    Rajasthan, Dr. raj +91-9828149008
    Uttarakhand, laxmi +91-9650801677
    Hariyana , Ashok +91-9899714692
    Bhopal, Puneet Malviya- 8269827015
    Indore, Parag Gupta - 8120812067
    Sohna, Hariyana, Sandeep singla - +919310544900